जब लोहे की कील को कॉपर सल्फ़ेट के विलयन में डुबोया जाता है, तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता है?

जब लोहे की कील को कॉपर सल्फ़ेट के विलयन में डुबोया जाता है, तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता है?

उत्तर

लोहे की कील को नीले रंग के कॉपर सल्फेट (CuSO4) के विलयन में डुबोया जाता है तो विलयन का नीला रंग हल्का (मलिन) हो जाता है। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि Fe, Cu से अधिक अभिक्रियाशील होता है, जो कॉपर का विस्थापन कर देता है और आयरन सल्फेट एवं कॉपर धातु बनाता है। यह अभिक्रिया निम्न प्रकार से होती
Fe(s)+CuSO4 (aq) → FeSO4 (aq) + Cu(s)
          (नीला)                 (हल्का हरा)

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